मेरी इन कविताओं में सतरंगी छटा है इनमें व्यंग भी है वर्तमान के प्रति संवेदनाएं भी हैं देश के प्रति प्रेम भी है । अलग-अलग रंग और आकृति की इन कविताओं को एक बार अवश्य पढ़ें । - आनन्द सहोदर