भारत का कोहनूर (राकेश शर्मा ) १३ जनवरी १९४९ पंजाब के पटियाला शहर में एक नन्हें बालक की किलकारी से देवेन्द्रनाथ शर्मा और तृप्ता शर्मा का आँगन गूँज उठा था ,वे बस इन किलकारियों पर ही मुग्ध हुए जा हे थे। वे इस बात से अनजान थे, कि बड़े होने पर एक दिन इसी बालक के मुख से निकले शब्द धरती पर ही नहीं धरती से करोड़ों मील दूर अंतरिक्ष में भी गूँज उठेंगे। वह भारत से अंतरिक्ष में जाने वाला प्रथम अंतरिक्ष यात्री होगा। जी हाँ हम भारत के इतिहास को स्वर्णिम अक्षरों में लिखने वाले प्रथम अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा की