दलदल

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 नाम  - ममता शुक्लाव्यवसाय-   गृहिणी,स्थान -     अहमदाबाद,शिक्षा- स्नातक(बी.ए)रुचि  - नए एवं पुराने लेखकों की रचनाएँ        कहानी,कविता,उपन्यास,आत्मकथा,         संस्मरण आदि पढना।             दलदल********हर सुबह की तरह आज भी अनामिका ने झट  अलार्म बंद किया।अलार्म लगाना उसकी आदत में शुमार था,हालांकि अलार्म बजने से पहले ही उसकी नींद खुल जाया करती थी,और बजने के दो मिनट पहले ही वो झट से अलार्म बंद कर दिया करती।वो नही चाहती थी कि उसकी आवाज से साक्षी की नींद खुले। वो बिस्तर से उठी,बालों में लगाने वाला क्लिप और चश्मा तकिए के नीचे से उठाया,स्लिपर पैर में फसाई और धीरे से बैडरूम से नीचे हॉल में