जिन्नात की दुल्हन-4

(119)
  • 47k
  • 6
  • 20k

उस दीन बडी जोरो से बारिश हो रही थी रुकने का नाम नहीं ! बारिश में भीगना गुलशन को ठीक नही लगता था वो चिपके से बरामदे में बैठकर मनहर उधास की गजले सून रही थी ! कि तभी उसके मोबाइल की रींग बजी! जिया का नेईम स्क्रीन पर स्पार्क हो रहा था!