खलिल का दिल भी जैसे उससे बगावत पर उतर आया था! भीतर उठे जंजावात को दबोच कर खलिल बाहर निकला! अब्बा के रुम के स्नानागार में घूसकर खलिल ने स्नान किया! दबे पाँव वहाँ से निकल रहा था तो सुलतान ने उसे देख लिया..!