एक ऐसे योद्धा की कहानी जो विश्वयुद्ध समाप्त होने के बाद भी अपने देश के लिए लड़ता रहा अंतिम पल तक जब तक उसको यकीन नहीं हुआ ! विश्वयुद्ध के बाद पनपती एक और गाथा