राजगृह में मलयसिंह नाम के राजा राज्य करते थे। उनके मायावती नाम की अप्रतिम रूपवती एक कन्या थी। एक बार वह राजोद्यान में खेल रही थी तभी एक कैवर्तककुमार (मछुआरे के बेटे) की दृष्टि उस पर पड़ गयी। सुप्रहार नाम का वह कैवर्तककुमार उस राजकुमारी को देखकर प्रेम से व्याकुल हो गया। घर जाकर वह शैया पर निश्चल होकर पड़ गया और तबसे उसने मछली मारना भी छोड़ दिया। भोजन करना तक त्याग दिया।