शंका निवारण हेतु इश्वरी ने अपने सारे कपड़े जला दिये और सिर्फ खद्दर के कपड़े पहने ताकी लोगों को लगे की वो गांधीजी के भक्त हैं वैसे तो सालाना ढाई लाख की रियासत रखनेवाले इश्वरी का मुंह देख कर तो ऐसा ही लगता था की अभी अभी उसको अनाथालय से ले कर आये हैं