मेरा यह व्यंग्य देश की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था पर करारा कटाक्ष है. यह व्यंग्य आपका मनोरंजन करने के साथ-साथ आपको आज की स्थितियों-परिस्थतियों के बारे में सोचने के लिए मजबूर भी करेगा.