हम लोगों को कई बार यह शिकायत करते सुनते हैं कि मैंने तो बहुत मेहनत की किंतु सफलता नहीं मिली। पर बहुत कम लोग यह जानने का प्रयास करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ। बहुत से लोग इस विफलता के लिए अपने भाग्य को दोष देते हैं। क्या सचमुच असफता का कारण हमारा दुर्भाग्य होता है या इसके पीछे हमारी ही कोई चूक होती है। इसका कारण हमें खोजना चाहिए।