अपनी आत्मशक्ति से टिका हूँ

  • 4.4k
  • 1
  • 829

यह कहानी श्री विजय सिंह की प्रेरणादाई कहानी है। विजय जी पिछले दो दशकों से लगातार भूमि माफियाओं के द्वारा अधिग्रहित भूमि को छुड़ाने के लिए धरने पर बैठे हैं। इतने लंबे समय तक चलने के कारण यह Limca books of records में दर्ज़ है। इस संघर्ष के लिए इन्हें परिवार से भी अलग होना पड़ा।