कुछ रचनाएँ

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कुछ रचनाएँ में यहां वहां भागती हुई कुछ कविताएँ, शायरी, मुक्तक हैं। मेरा ख्याल है कि हम सब जो हैं, कुछ ढूंढ रहे है जीवन में, पता नहीं है वो क्या हैं, पर ढूंढ रहे हैं। धीरे-धीरे हम इंसान एक दूसरे को खत्म कर देंगे। और सिर्फ कविता बची होगी, जो हमसे पहले भी थी।