एक एक लकड़ी ले जाकर मत जलाओ, आग के हवाले कर दो एक साथ, मेरा अब कोई काम नहीं, बेकार ही जगह घेरी है। जलकर मैं भी नूतन बन जाऊँ, अब किस बात की देरी है। मैं भी फिर बच्चा बनूँगा, और किसी की नाव पर चढ़ूँगा, बड़ा होकर फिर किसी की नाव बनूँगा।