हो सके। गार्गी तथा याज्ञवल्क्य संवाद ब्रह्म को समझने में हमारी सहायता करता है। सभी वस्तुएं ब्रह्म से उत्पन्न होकर उसी में लीन हो जाती हैं। वेदों में इसी परम तत्व ब्रह्म की महिमा का बखान किया गया है। यह संवाद ना सिर्फ ब्रह्म की सही व्याख्या करता है बल्कि तत्कालीन समाज में स्त्रियों को प्राप्त सम्मान को भी दर्शाता है।