बहुत से कर्मचारी एवं अधिकारी अपनी कंपनी को बचाने का भरसक प्रयास करते हैं और उनका पूरा दिन इसी प्रयास में निकल जाता है, उनके पास काम करने का तो समय ही नहीं बचता। अब तो बस यह भगवान के ऊपर निर्भर करता है कि वह इन लोगों की विनती सुन ले और हो सकता है उनकी कंपनी बच जाए।