दलित क्यों हैं, क्यों बने और कितने अत्याचार पीढ़ी दर पीढ़ी सहते रहे मौका मिलने पर एक दलित भी अपनी प्रतिभा पूरी निष्ठा और ईमानदारी से दिखा सकता है और गर्व करता है स्वयं पर, अपने पिता पर एवं अपने पिता के कार्य पर, यही दर्शाया है इस कहानी में ,,,,,,,,