क्या एहसासों को भी शब्दों की बैशाखी की जरूरत होती है तभी क्या एहसास जी उठते हैं दोनों जानते थे कि अली और जोया बोल नहीं सकते पर दोनों ने कभी एक दूसरे को अब तक नहीं बताया था। अगर बता देते तो शायद ये गूँगे रिश्ते कभी नहीं बनते।