हमारे जीवन में कुछ पात्र ऐसे भी होते है जिनके बाह्य चरित्र से हम उनको निद्दा का पात्र बना देते है और उसी निंदा के कारण हम उनकी बहुत सी ऐसी विशेषताओं को भूल जाते है जो संसार मे शायद ही किसी दूसरे में पाई जाती हो। रामायण का ऐसा ही पात्र है रावण ।