मेरा नाम संजय नायका है लिखना मेरा शोख है पिछले 5 सालों से लीख रहा हुँ
मैंने अभी तक गुजराती नाटक, बोलीवुड के अनुरूप हिन्दी कहानियाँ, गुजराती और हिन्दी शोर्ट स्टोरीयाँ, कविताएँ भी लिखी है
matrubharti का धन्यवाद करना चाहुगा जिसने मुझे मेरी कहानियाँ पब्लीस करने का प्लेटफार्म दिया