सूर्य-पुत्र कर्ण के बाद, आपने दूसरा दानी देखा है .... वे एक लाख पच्चीस हजार करोड़ ,दान में दे आये .... बिना योजना के, बिना प्लानिग के, बिना आगा पीछा देखे, दान देने वाले बहुत कम लोग इस धरती पर अवतार लेते हैं