आउटडेटिड दोपहर बीत चुकी थी! ये उनके एक नींद लेकर जागने का समय था जो अब आती ही ...
पौ फटने के समय ही निकल जाता है बसंत घर से पर आज थोड़ा लेट हो गया! सड़क ...
कुछ कहानियाँ जीवन से जन्मती हैं और उसी के खट्टे-मीठे अनुभवों की आंच में धीमे-धीमे पकती हैं! आप ...
भूमिका मैं राजीव तनेजा जी को मैं कई वर्षों से जानती हूँ। उनसे पहला परिचय फेसबुक पर ही ...
ऐ तवा ल्यो, कड़ाही ल्यो, चिमटा ल्यो, दरांत ल्यो .... बलखाती हुई आवाज़ के साथ वह लचककर मूलिया ...
छह बजने में आधा घंटा बाक़ी है और अभी तक तुम तैयार नहीं हुई! पिक्चर निकल जाएगी, जानेमन!!! मानव ...
“किसी गिरोह की दुश्मनी तुम्हे इस बात पर आमादा न कर दे कि इन्साफ से फिर जाओ...इंसाफ करो अगर ...
उस रोज़ सूरज ने दिन को अलविदा कहा और निकल पड़ा बेफिक्री की राह पर! इधर वह बड़ी तेज़ी ...
गामे की माँ, कुछ सुना तूने, पाई बीमार है बड़ा..... ईश्वरी देवी ने अपने सिर की सफ़ेद चुन्नी संभालते ...
तपन ने आसमान की ओर सर उठाकर देखा तो कुछ देर बस देखता ही रहा! आकाश तो वहां भी ...